May 27, 2010

वन्दे मातरम

नमस्ते, आज मै आप सबको 'वन्दे मातरम' राष्ट्रगीत सुना रही हूँ,
ये मुझे मेरी मम्मा ने सिखाया है,
उम्मीद है आप सबको मेरी आवाज पसंद आएगी... :)

8 comments:

abhi said...

जितनी प्यार हमारी ये इशिता है, उतनी ही प्यारी उसकी आवाज़...
और कितने प्यार से गया है राष्ट्रगीत को..

कुछ हमारे so-called आधुनिक युग के लड़के लड़कियां हैं, उन्हें तो तुमसे सीखना चाहिए ये राष्ट्रगीत :)

Mrityunjay Kumar Rai said...

क्या उतम संस्कार दिए है आपके माता पिता ने आपको , उनको मेरा नमन . वन्दे मातरम् हमारा national song , इसे याद कर और गाकर आपने एक अच्छा उदाहरण पेश किया है . माधव को भी ये सिखाउंगा.

http://madhavrai.blogspot.com/
http://qsba.blogspot.com/

माधव( Madhav) said...

पापा ने तो आपकी बहुत प्रशंसा की है ,मै भी वन्दे मातरम् याद करूंगा और गाकर सुनाऊंगा

संगीता स्वरुप ( गीत ) said...

बहुत प्यारी आवाज़....मैंने तो तुम्हारा ब्लॉग देखा ही नहीं था.....बहुत प्यारा और सुन्दर ब्लॉग है....

abhi said...

हेल्लो इशिता, अच्छी तो हो न...
तुम्हारे द्वारा गया ये राष्ट्र गीत, मैंने अपने एक ब्लॉग में डाला है...
बिना पूछे डाल दिया लिंक इसलिए नाराज़ मत होना ;) :P

ये देखो इधर -
http://ganesane.blogspot.com/2010/06/blog-post.html

Akshitaa (Pakhi) said...

वाह, आप तो बहुत अच्छा गाती हो...बधाई.

रावेंद्रकुमार रवि said...

बढ़िया होने के कारण
चर्चा मंच पर इस पोस्ट की चर्चा
निम्नांकित शीर्षक के अंतर्गत की गई है –
इस दुनिया में सबसे न्यारे!
--
टर्र-टर्रकर मेढक गाएँ -
पेड़ लगाकर भूल न जाना!

Anonymous said...

aap sab ke pyar aur dular ke liye bahut bahut shukriya...

ishita...